Jammu & Kashmir News: जम्मू एवं कश्मीर के रियासी जिले के तकसन ढ़ोक गांव के ग्रामीणों ने रविवार को उस समय काफी साहस दिखाया, जब उन्होंने प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो मोस्ट वांटेड आतंकवादियों को पकड़ लिया. आतंकी वहां पुलिस और सेना के लगातार दबाव के बाद शरण लेने पहुंचे थे. इनकी पहचान राजौरी के तालिब हुसैन और पुलवामा के फैसल अहमद डार के रूप में हुई है. इनके पास से दो एके राइफल, सात ग्रेनेड, एक पिस्टल और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है.
पुलिस ने कहा, “राजौरी पुलिस ने हाल ही में बड़ी संख्या में आईईडी बरामद किए थे और लश्कर के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था, जिसमें संगठन के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था और तालिब हुसैन को भगोड़ा घोषित किया गया था और उस पर इनाम की घोषणा की गई थी. तालिब हुसैन पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी कासिम के लगातार संपर्क में था और राजौरी जिले में आईईडी विस्फोटों के कम से कम तीन मामलों में शामिल था.”
प्रारंभिक पूछताछ के दौरान, यह पता चला कि लश्कर-ए-तैयबा के दोनों आतंकवादी एक पाकिस्तानी सलमान के संपर्क में थे. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ग्रामीणों के साहस की सराहना की. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के इस तरह के संकल्प से केंद्रशासित प्रदेश में आतंकवाद के अंत के दिन दूर नहीं हैं. उन्होंने ग्रामीणों को पांच लाख रुपये नकद इनाम देने की भी घोषणा की.
(इनपुट-आईएएनएस)
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