UPSC CSE Prelims Preparation Tips: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 5 जून 2022 को आयोजित की जानी है. इस परीक्षा में बिहार से भी काफी अधिक संख्या में उम्मीदवार शामिल होंगे. अब परीक्षा के लिए एक महीने से भी कम समय बचा है. ऐसे में, उम्मीदवारों के पास तैयारी के लिए बहुत कम दिन शेष हैं. इस आर्टिकल के माध्यम से हम उम्मीदवारों के लिए कुछ टिप्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं. इन टिप्स की मदद से, उम्मीदवार अपनी तैयारी को मजबूत करने और अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए पिछले कुछ दिनों के साथ-साथ परीक्षा के दिन क्या करें और क्या न करें को समझने में सक्षम होंगे.
अधिक से अधिक मॉक टेस्ट का अभ्यास
अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले बचे इस समय का उपयोग अधिक से अधिक मॉक-टेस्ट देने में करना चाहिए. इससे आपके मजबूत और कमजोर पक्ष के बारे में आपको जानकारी हो जाएगी. हर दिन सुबह मॉक टेस्ट दें और उन टॉपिक्स के बारे में पढ़ें जिनमें आप चूक रहे हैं. अपनी क्षमता और तैयारी का आकलन करने और प्रीलिम्स एग्जाम को क्रैक करने के लिए हर दिन मॉक टेस्ट का अभ्यास करना बहुत जरूरी है.
रिवीजन पर करें फोकस
चूंकि अब परीक्षा के आयोजन में बहु कम दिन बचे हैं तो आपको को उन विषयों का रिवीजन करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए, जिनका आपने पहले ही अध्ययन कर लिया है. नए टॉपिक्स को कवर करने की बजाए जो आपने पहले ही पढ़ा है उनका रिवीजन करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए. क्योंकि इस समय यदि आप नए टॉपिक्स पढ़ते हैं तो उन्हें परीक्षा के दिन तक याद रखना मुश्किल होगा.
सीएएसटी के लिए महत्वपूर्ण टॉपिक्स का रिवीजन
अभ्यर्थियों को ध्यान में रखना होगा कि CSAT एक क्वालिफाइंग पेपर है. जिसमें 33 प्रतिशत या 66 से अधिक स्कोर करना आवश्यक है. ऐसे में, इस पेपर के महत्व को कम समझने की भूल नहीं करनी चाहिए. यह समय मैथमेटिक्स और रीजनिंग के इम्पोर्टेंट टॉपिक्स को रिवाइज करने का है. सीएसएटी पेपर की प्रैक्टिस के लिए हर दिन लगभग 1 घंटे का समय दें. वहीं, प्रतिदिन कम से कम एक रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन को हल करें, क्योंकि रीजनिंग और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड के बाद यह अधिकतम अंक रखता है.
सटीकता बनाए रखना जरूरी
यदि आपने मॉक टेस्ट का अभ्यास अच्छी तरह से किया है तो आपको अपनी सटीकता के बारे में पता चल जाएगा. परीक्षा में बहुत अधिक अनुमान के साथ उत्तर देने से बचना चाहिए. अनुमान के आधार पर उत्तर देना आपकी सटीकता को बर्बाद कर सकता है और इससे निगेटिव मार्किंग होगी. सुनिश्चित होने के बाद ही उत्तर को चिह्नित करें. फिरभी, गिनती बहुत कम है तो अनुमान के आधार पर कुछ प्रश्नों का उत्तर चिह्नित करें.
टाइम मैनेजमेंट
एग्जामिनेशन हॉल में कब समय समाप्त हो जाता है, इसका पता ही नहीं चलता है. इसलिए, परीक्षा देते वक्त समय का प्रबंधन बहुत जरूरी है. लेकिन, इसका अर्थ यह नहीं है कि आपको आंसर चिह्नित करते समय जल्दबाजी करनी चाहिए. उत्तर अंकित करने से पहले प्रश्न और विकल्पों को ध्यान से पढ़ें और तब ही उत्तर दें. एक प्रश्न पर बहुत अधिक समय बर्बाद करने से बचें.