पटना: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. इसके बावजूद, आए दिन जहरीली शराब का कहर देखने को मिल रहा है. राज्य के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से मौतों का आंकड़ा 14 पहुंच चुका है. जिसमें सबसे अधिक मसरख से 10 लोगों की मौत की खबर है.
सारण में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर बुधवार को बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. भाजपा विधायकों ने वेल में उतरकर नीतीश सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की. इसके बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए. उन्होंने हंगामा कर रहे भाजपा विधायकों को ही शराबी कहकर संबोधित कर दिया. इसके बाद वे सदन की कार्यवाही छोड़कर वहां से निकल गए.
बता दें कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है. दूसरे दिन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई वैसे ही विपक्षी दल के विधायकों ने जहरीली शराब से मौतों का मामला उठाकर सदन में हंगामा करना शुरू कर दिया. भाजपा के कई एमएलए नारेबाजी करते हुए वेल में उतर आए. वे जमकर हंगामा करने लगे. हालांकि, स्पीकर ने उन्हें शांत कराने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे वेल में ही डटे रहे.
इधर, बीजेपी विधायकों की नारेबाजी से सीएम नीतीश कुमार भड़क गए. वे अपनी सीट पर खड़े हो गए और भाजपा विधायकों से कहा कि तुम सब शराबी हो और तुमलोग ही शराब की बिक्री करवा रहे हो. तुमलोग कितना हल्ला करोगे, अब इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
दूसरी तरफ, भाजपा ने सीएम नीतीश कुमार की भाषा को अमर्यादित करार दिया और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री से माफी की मांग की. इसके बाद सदन में फिर से हंगामा होने लगा. इसे देखते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी. जिसके बाद सदन की कार्यवाही फिर से प्रारंभ हुई और प्रश्नकाल चला. बता दें कि विधान परिषद परिसर में भी बीजेपी सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की.