RBI Reports: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के कई कार्यों में से करेंसी मैनेजमेंट एक प्रमुख कार्य है. इसमें किसी दिए गए वर्ष के दौरान सिस्टम में पाई गई किसी भी फेक करेंसी का लेखा-जोखा रखना और इसे प्रचलन से निकालना शामिल है. भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में अधिकांश मूल्यवर्ग के जाली नोटों में बढ़ोतरी हुई है.
500 रुपये मूल्यवर्ग के जाली नोटों में 101.9% की वृद्धि
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक वर्ष में करेंसी इन सर्कुलेशन में 500 रुपये के जाली नोट दोगुने हो गए हैं. जबकि 2000 रुपये के नकली नोट भी डेढ़ गुना बढ़ गए हैं. सबसे अधिक 500 रुपये के जाली नोटों की संख्या में वृद्धि हुई है. पिछले वर्ष की तुलना में 500 रुपये मूल्यवर्ग के जाली नोटों में 101.9% का उछाल आया है. वहीं, 2000 रुपये के नकली नोटों में 54.16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
50 रुपये और 100 रुपये के नकली नोटों की संख्या में गिरावट
आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वर्ष की तुलना में क्रमशः 10 रुपये, 20 रुपये, 200 रुपये, 500 रुपये (नए डिजाइन) और 2000 रुपये मूल्यवर्ग के नकली नोटों में क्रमशः 16.4%, 16.5%, 11.7%, 101.9% और 54.16% की वृद्धि हुई है. हालांकि, आरबीआई की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 50 रुपये और 100 रुपये के मूल्यवर्ग में पाए गए नकली नोटों में क्रमशः 28.7% और 16.7% की गिरावट आई है.