Smart Rakhi: रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) के सहारे रक्षा का वचन देने और जिम्मेदारी निभाने की कहानी तो बहुत सुनी होगी, लेकिन अब यह हकीकत मे तब्दील हो चुकी है. अब न सिर्फ बहनों की तरफ से तैयार की गई राखियां कलाइयों की शोभा बढ़ाएंगी, बल्कि उनकी सुरक्षा भी करेंगी. इसे गोरखपुर आईटीएम इंजीनियरिंग कॉलेज की दो छात्राओं ने साकार कर दिखाया है. इस रक्षाबंधन में यह एक ऐसा अनोखा तोहफा है, जो समाज को सुरक्षित रखने के लिए एक डिवाइस का काम करेगी.
गोरखपुर (Gorakhpur) के इंस्ट्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम) गीडा इंजीनियरिंग कॉलेज की कप्यूटर साइंस की दो छात्राएं- पूजा और विजया रानी ने मिलकर एक स्मार्ट राखी (Smart Rakhi) तैयार की है. पूजा ने बताया कि स्मार्ट राखी किसी प्रकार की अनहोनी से पहले लोगों को सचेत करने में काफी कारगर होगी. इसके अलावा, इसके जरिए कोई अप्रिय घटना होने पर राखी में एक बटन दबाने पर परिजनों पर मैसेज और कॉल भेजा जा सकता है. इसे डबल क्लिक करना होगा. यह डिवाइस एक्सीडेंट होने पर संदेश भेजने के साथ ब्लड ग्रुप और दवाओं के बारे में भी जानकारियां साझा करने में सक्षम है. इतना ही नहीं, इससे डॉक्टर द्वारा त्वरित इलाज भी किया जा सकेगा.
छात्राओं ने बताया कि स्मार्ट मेडिकल सेफ्टी राखी (Smart Medical Safety Rakhi) को मोटरसाइकिल या चारपहिया वाहन चलाते समय आप अपने मोबाइल के ब्लूटूथ से अटैच कर इस्तेमाल कर सकते हैं. स्मार्ट मेडिकल राखी में आप अपने डॉक्टर, एम्बुलेंस या परिवार के सदस्यों के नंबर सेट कर सकते हैं और कोई इमरजेंसी होने पर मेडिकल राखी में बटन को दबाते ही आप के सेट नंबर पे कॉल लोकेशन सेंड हो जाता है और मदद हो जाती है. इसे बनाने में 900 रुपए का खर्च आया है. इसमें ब्लूटूथ और बैटरी के अलावा नैनो पार्ट्स का इस्तेमाल किया गया है. यह एक बार चार्ज होने पर तकरीबन 12 घंटे का बैकअप देगा. इसे गाड़ी चलाने पर ब्लूथूट से अटैच किया जा सकता है.
अपनी कलाई पर बांध कर अपने मोबाइल के ब्लूटूथ से अटैच कर स्मार्ट राखी के सॉफ्टवेयर में अपने भाई-बहन या परिजन, एम्बुलेंस या पुलिस के 3 नंबर सेट कर सकते हैं. इसके साथ ही, इस सॉफ्टवेयर में आप अपने ब्लड ग्रुप मेडिकल संबंधित जानकारी भी सेव कर सकते हैं. स्मार्ट राखी (Smart Rakhi) में एक बटन लगा है जिसे मुसीबत के वक्त महिलाएं इसे दबा कर अपने भाई, रिश्तेदार, पुलिस, एम्बुलेंस, डॉक्टर को लोकेशन भेज सकती हैं. एक्सीडेंट के वक्त भी ये राखी हाथ में मोबाइल लिए बिना एम्बुलेंस व डॉक्टर को लोकेशन के साथ कॉल कर सकता है. इस सेफ्टी डिवाइस को राखी के अंदर लगाया गया है. इस डिवाइस को भाई या बहन कोई भी इस्तेमाल कर सकता है.
आईटीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर एन.के. सिंह ने बताया कि छात्राओं ने नवाचार की दिशा में अच्छा कदम उठाया है. इनके प्रयास को काफी सराहा जाना चाहिए. इस बार बच्चों ने रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2022) के मौके पर अपने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री योगी के चित्र लगा कर उन्हें यह राखी समर्पित की है. गोरखपुर के क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारी महादेव पांडेय ने बताया कि यह काफी अच्छा नवाचार है. इसे गोरखपुर की छात्राओं ने राखी के मौके पर बनाकर सचमुच सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इस नवाचार को प्रचारित करने की जरूरत है. अगर इसका उपयोग ढ़ंग से किया गया तो यह सुरक्षा के लिए काफी कारगर सिद्ध हो सकता है.
(इनपुट-आईएएनएस)