Patna: पटना उच्च न्यायालय ने बुधवार को बिहार पुलिस को राज्य में फर्जी सिम कार्ड के इस्तेमाल पर एक हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है. कोर्ट में एक जनहित याचिका (पीआईएल) पर सुनवाई की जा रही थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी के कई मामलों की ओर इशारा किया है.
आर्थिक अपराध इकाई को जांच का जिम्मा
बिहार पुलिस ने आर्थिक अपराध इकाई (ईओडब्ल्यू) को जांच का जिम्मा सौंपा है. जांच के दौरान, ईओडब्ल्यू ने राज्य भर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज प्राथमिकी को स्कैन किया, जिसमें 600 से अधिक नकली सिम कार्ड उपयोगकर्ता पाए गए. ईओडब्ल्यू के एक अधिकारी ने कहा, “पटना जिले में अधिकतम 325 फर्जी सिम कार्ड उपयोगकर्ता सामने आए हैं. पाटलिपुत्र कॉलोनी थाने में दर्ज प्राथमिकी में 292 फर्जी उपयोगकर्ताओं के नाम हैं.”
धोखाधड़ी में शामिल लोगों के खिलाफ होगी कार्रवाई
पटना के अलावा रोहतास में 29, नवादा में 30, मुजफ्फरपुर में 25 और मधुबनी जिले में 35 फर्जी सिम कार्ड इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अधिकारी ने कहा, “हमने मोबाइल फोन सेवा प्रदाता कंपनियों से उपयोगकर्ताओं के नामों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. इसके बाद हम धोखाधड़ी में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.”
अपराध के लिए इस्तेमाल होता है फर्जी सिम कार्ड
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आम लोग, अपराधी, शराब माफिया और नक्सल समूह अक्सर अपराधों को अंजाम देने के लिए नकली सिम कार्ड प्राप्त करते हैं. इसके अलावा फर्जी सिम कार्ड के जरिए वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े मामले भी होते हैं.
(इनपुट-आईएएनएस)
ये भी पढ़ें- Bihar: बेगूसराय में आदमखोर हो गए कुत्ते, नोंच-नोंचकर महिला को मार डाला