रांची: बोकारो जिले (Bokaro District) के जरीडीह प्रखंड अंतर्गत बांधडीह स्थित सरकारी मध्य विद्यालय में शनिवार को वज्रपात से लगभग डेढ़ दर्जन बच्चे घायल हो गये हैं. घायल बच्चों को जैनामोड़ स्थित रेफरल हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है. इनमें से एक की हालत गंभीर बतायी जा रही है, जबकि बाकी बच्चे प्रारंभिक इलाज के बाद सामान्य हैं.
घटना की खबर फैलते ही गांव से लेकर हॉस्पिटल तक अफरा-तफरी मची रही. हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हैं. जिला शिक्षा अधीक्षक रेणुका तिग्गा ने कहा कि वज्रपात (Thunderclap) से प्रभावित बच्चों में एक बच्चा बोल नहीं पा रहा है. उसका इलाज चल रहा है. बाकी बच्चे इलाज के बाद ठीक हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि स्कूल में तड़ित चालक नहीं लगा था.
बता दें कि बोकारो का पूरा क्षेत्र वज्रपात के लिए खतरनाक जोन के रूप में जाना जाता है. पहले भी स्कूलों पर वज्रपात की कई घटनाएं हुई हैं. जिले के 1560 सरकारी स्कूलों (Government Schools) में से 920 स्कूल ऐसे हैं, जहां तड़ित चालक नहीं हैं. झारखंड सरकार ने कुछ साल पहले रांची के एक स्कूल पर वज्रपात की घटना के बाद सभी स्कूलों में तड़ित चालक लगाने का फैसला लिया था, लेकिन इसके बावजूद आज तक सैकड़ों स्कूल में वज्रपात से सुरक्षा के उपाय नहीं किये जा सके हैं.
बोकारो जिले में वर्ष 2010-11 में 640 सरकारी स्कूलों के भवनों में तड़ित चालक (Lightning Conductor) लगाए गये थे, लेकिन बाकी स्कूलों के लिए राशि नहीं भेजी गयी. तीन दर्जन स्कूल ऐसे भी हैं, जहां लगाये गये तड़ित चालक की चोरी हो गयी है.
(इनपुट-आईएएनएस)
ये भी पढ़ें- Delhi Crime: नौकरी का झांसा देकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महिला से गैंगरेप, 4 गिरफ्तार