पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. राज्य सरकार शराब तस्करी को रोकने के लिए हर संभव कोशिश भी कर रही है. अब शराब तस्करों पर नकेल कसने के लिए बांका में दो चेकपोस्ट बनेंगे. इसके लिए झारखंड के बॉर्डर से सटे दो स्थानों- भलजोर और दर्दमारा का चयन किया गया है.
भवन निर्माण विभाग को दी गई चेकपोस्ट बनाने की जिम्मेदारी
बता दें कि बिहार सरकार ने इस प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है. उत्पाद व मद्य निषेध विभाग के अनुरोध के बाद बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट को चेकपोस्ट निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है. विभाग द्वारा इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है.
चेकपोस्ट निर्माण पर 1.41 करोड़ रुपये होंगे खर्च
चेकपोस्ट के निर्माण पर 1.41 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी, जिसका वहन बिहार स्टेट बेवरेज कॉर्पोरेशन करेगा. सरकार के निर्णय के अनुसार, भलजोर और दर्दमारा में चेकपोस्ट के साथ ही बैरक और कार्यालय भवन का भी निर्माण होगा. इस चेकपोस्ट से झारखंड से आने वाले सभी वाहनों की कड़ी निगरानी होगी. बता दें कि फिलहाल यहां कोई पुख्ता प्रबंध नहीं होने के कारण झारखंड से आने वाले वाहनों की बिना विशेष जांच के ही बिहार में एंट्री हो जाती है. चेकपोस्ट बन जाने के बाद इस पर रोक लग सकेगी.
झारखंड से सटा है बांका का बड़ा हिस्सा
इधर, विभाग का मानना है कि नई उत्पाद नीति की सफलता के लिए भलजोर और दर्दमारा में चेकपोस्ट बनाना निहायत जरूरी है. क्योंकि झारखंड से बड़ी मात्रा में अवैध शराब बिहार लाई जा रही है. इसका बड़ा हिस्सा बांका की ओर से बिहार में लाया जा रहा है. बांका का बड़ा क्षेत्र झारखंड से सटा हुआ है और पूरी तरह से खुला है. ऐसे में, बिहार सरकार ने बांका के दो स्थानों पर चेकपोस्ट बनवाने का निर्णय लिया है.
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे चेकपोस्ट
बता दें कि बांका में बनाए जाने वाले दोनों चेकपोस्ट पर अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी. चेकपोस्ट हाई क्वालिटी की सीसीटीवी, मॉनिटरिंग सेल व आधुनिक उपकरणों से लैस होंगे. वाहनों की कड़ी जांच के लिए स्क्रीनिंग का भी प्रबंध होगा और यहां पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल की तैनाती होगी.
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