पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संघर्ष क्षेत्र में फंसे भारतीय मेडिकल छात्रों को सुरक्षित रास्ता मुहैया कराने के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध को तीन घंटे तक रोकने में कामयाब रहे थे. पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रसाद ने कहा कि यह बात उस समय की है जब युद्ध अपने चरम पर था और बड़ी संख्या में भारतीय मेडिकल छात्र यूक्रेन में फंस गए थे.
छात्रों को सुरक्षित निकालना भारत सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती थी
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि युद्ध के कारण यूक्रेन में फंसे मेडिकल छात्रों को सुरक्षित निकालना भारत सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती थी. जब पीएम मोदी ने यूक्रेन और रूस में भारत के उच्चायुक्तों से निकासी योजना के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है जब युद्धविराम हो. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ऐसा करने में सक्षम हैं.
मोदी ने की थी दोनों देशों के राष्ट्रपति से बात
भाजपा नेता ने कहा कि उच्चायुक्तों के सुझावों के बाद, पीएम ने युद्ध को रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से बात की, ताकि भारतीय मेडिकल स्टूडेंट्स को प्रभावित क्षेत्रों से निकाला जा सके. पीएम ने नेताओं से कहा कि वह अपने बच्चों को युद्ध क्षेत्र में नहीं छोड़ेंगे.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पीएम मोदी की दोनों देशों के राष्ट्रपति से बातचीत के बाद, भारतीय छात्रों को सुरक्षित मार्ग देने के लिए युद्ध को तीन घंटे के लिए रोक दिया गया था. दुनिया में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये ताकत है.
(इनपुट-आईएएनएस)
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