Amit Shah Bihar Visit: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 11 अक्टूबर को एक दिन के बिहार दौरे पर हैं. उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण (Jayaprakash Narayan) की जयंती के अवसर पर उनकी जन्मभूमि सिताबदियारा में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की. नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने के बाद अमित शाह का बिहार में ये दूसरा दौरा है. इस दौरान शाह ने सिताबदियारा में आयोजित लोकनायक जयप्रकाश नारायण के 120वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह (Amit Shah) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जेपी का नाम लेकर आज बिहार के सत्ताधारी नेता कांग्रेस की गोद में बैठ गए हैं. बिहार की जनता को यह तय करना होगा कि जेपी की राह पर चलने वाली मोदी सरकार चाहिए या उनके सिद्धांतों से भटक चुके लाेगाें की. अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमला करते हुए कहा कि जेपी ने जीवन भर सत्ता के लिए कुछ नहीं किया, जबकि आज लोग सत्ता के लिए पाला बदल रहे हैं.
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि जेपी ने समाजवाद और जाति विहीन समाज की परिकल्पना की, आजादी के बाद सत्ता में आने के बदले सत्ता से दूरी बनाई. जेपी ने इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) के भ्रष्टाचार के खिलाफ गुजरात में आंदोलन किया और परिणामस्वरूप वहां की सरकार बदल गई. उसके बाद, बिहार में पटना के गांधी मैदान से शुरू हुए आंदाेलन से इंदिरा गांधी के पसीने छूट गए. सत्ता के बाहर रहकर परिवर्तन कैसे लाया जाता है, इसका उदाहरण जयप्रकाश ने दिया. अमित शाह ने आगे कहा कि जयप्रकाश नारायण की जयंती पर मैं बिहार आया हूं. यहां जो आदमकद प्रतिमा लगाई गई है, इसे लगाने का प्रण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने किया था. आज वो प्रण पूरा हो गया है. बिहार व यूपी के इस मिलन स्थल पर लोकनायक जेपी का जन्म हुआ था.
वहीं, जनसभा को संबोधित करते यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भी बिहार की महागठबंधन सरकार पर हमला बोला. कहा कि जो लोग जेपी व लोहिया के नाम पर राजनीति करते रहे हैं, लेकिन उनके कारनामों को अब पूरा देश जान चुका है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों में योग्यता और क्षमता की कमी नहीं है, लेकिन बेइमानी और भ्रष्टाचार बिहार की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने से रोक रही है. राजनीति में अपराधिकरण विकास में बहुत बड़ी बाधा है. इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिहार और यूपी की जनता की ओर से गृहमंत्री अमित शाह का अभिनंनदन किया.
दरअसल, बिहार में सत्ता से बाहर होने के बाद भाजपा (BJP) को आगामी चुनावों में कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. यही कारण है कि अमित शाह (Amit Shah) ने खुद आगे आकर मोर्चा संभाला है. हालांकि, बिहार में विधानसभा के चुनाव 2025 में होंगे, लेकिन इससे पहले 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं. महज 20 दिनों के भीतर अमित शाह का बिहार में ये दूसरा दौरा है. इससे पूर्व, पिछले महीने 23 और 24 सितंबर को अमित शाह सीमांचल के दौरे पर आए थे.