Begusarai News: बेगूसराय के लोगों के लिए एक युवा प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है, जिसने नौकरी नहीं मिलने पर खुद का रोजगार अपना लिया. मोहम्मद जहांगीर नाम का यह युवक सीटीईटी पास है और अपने रिक्शा पर CTET पास रिक्शा वाला लिख कर ई-रिक्शा चलाने का काम करता है.
जहांगीर का रिक्शा जहां भी जाता है लोग देते हैं सम्मान
दिसंबर 2019 में सीटीईटी पास कर चुका मो. जहांगीर न केवल अच्छी कमाई कर रहा है, बल्कि एक शिक्षक का काम करके जितनी लोकप्रियता उसे नहीं मिल पाती, आज उतनी लोकप्रियता उसे अपने क्षेत्र में मिल रही है. जहांगीर का रिक्शा जहां भी जाता है, लोग उसे सम्मान देते हैं. लोग उसके रिक्शे पर बैठने में गर्व महसूस करते हैं.
पिछले दो माह से रिक्शा चला रहा है जहांगीर
भगवानपुर थाना क्षेत्र के चंदौर गांव निवासी मो. शमसुल का पुत्र मो. जहांगीर आज क्षेत्र में किसी परिचय का मोहताज नहीं है. सीटीईटी डिग्री होल्डर जहांगीर पिछले 2 महीने से ई-रिक्शा चलाकर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा है. शुरू में यह काम उसके लिए हास्यास्पद था, लेकिन समय के साथ सब कुछ सामान्य हो गया.
शिक्षक बनकर अपनी जिम्मेदारी निभाना चाहता था जहांगीर
इस संबंध में जहांगीर का कहना है कि उसने बड़ी मेहनत से अपनी पढ़ाई पूरी की और सीटीईटी की परीक्षा भी पास की. उसे लगा कि वो समय दूर नहीं जब वह भी शिक्षक बनकर समाज का हिस्सा बनेगा, बच्चों को पढ़ाकर वह अपनी जिम्मेदारी भी निभाएगा, लेकिन हुआ इसके विपरीत. नौकरी न मिलने से नाराज जहांगीर ने कर्ज पर रिक्शा लिया और अपने रिक्शे पर सीटीईटी पास रिक्शा वाला लिखकर भगवानपुर क्षेत्र में ई-रिक्शा चलाने का काम शुरू कर दिया.
सीटीईटी उत्तीर्ण होने के बाद भी नहीं मिली नौकरी तो चुना यह रास्ता
जहांगीर बताता है कि वह रोजाना 400 से 500 रुपये आराम से कमा लेता है, जिससे उसका घर अच्छे से चल रहा है. जहांगीर को जानने वाले बताते हैं कि बचपन से ही वो मेधावी छात्र था. लेकिन सीटीईटी परीक्षा पास करने के बावजूद भी सिस्टम की वजह से जहांगीर को नौकरी नहीं मिली, इसलिए उसने ई-रिक्शा चलाना शुरू कर दिया.
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