Bihar Politics: पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सोमवार को घोषणा की कि वह मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते हैं, क्योंकि वह सही जगह पर खड़े हैं और नीतीश कुमार के अधीन काम कर रहे हैं. विधानसभा में सड़क निर्माण मंत्रालय के बजट भाषण में उन्होंने कहा, मेरी बिहार का मुख्यमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है. नीतीश कुमार ने मुझे काम दिए हैं और मैं उन्हें पूरा करना चाहता हूं. न तो मैं बिहार का मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं और न ही नीतीश कुमार की इच्छा देश का प्रधानमंत्री बनने की है. मैं जिस भी जगह पर खड़ा हूं, वही सही जगह है. मैं नीतीश कुमार के अधीन काम कर रहा हूं और इससे खुश हूं. मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है.
तेजस्वी ने आगे कहा कि मुझसे अधिक भाग्यशाली कौन है? मेरे पिता और माता पूर्व में मुख्यमंत्री थे. मैं बिहार का उपमुख्यमंत्री हूं. मैं बिहार में विपक्ष का नेता भी था. नीतीश कुमार ने मुझे मौका दिया है और उन्होंने मुझे जो पद और कार्यभार दिया है, मैं उसे सही ठहराना चाहता हूं. मैं साबित करना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो फैसला लिया, वह सही था.
उपमुख्यमंत्री ने कहा, लोग बहुत सी चीजें करते थे. वह सभी गलत चीजें हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि झूठे बयान देने से बचें. मैं नीतीश कुमार के साथ खड़ा हूं और मैं अपनी प्रतिबद्धताओं से पीछे नहीं हटूंगा. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद राजद के नेताओं ने तेजस्वी यादव के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग की, लेकिन उन्होंने कहा कि वह नीतीश कुमार के अधीन काम कर रहे हैं और भविष्य में क्या होगा कोई नहीं जानता.
यह पहली बार है जब तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कहा कि वह मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते हैं. राजद नेता ने यह भी कहा कि भाजपा नेता उन्हें और नीतीश कुमार को हर दिन गाली देते थे. उन्होंने कहा, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि वह रेड बुल और अन्य ऊर्जा पेय पीते हैं और हर दिन हमें गाली देते हैं, लेकिन यह उनको फिर से सत्ता में आने में मदद नहीं करेगा.
तेजस्वी यादव ने अपने बजट भाषण के दौरान सीबीआई और उनके परिवार पर ईडी की छापेमारी पर भी सफाई दी. कहा कि ईडी और सीबीआई ने मेरे परिवार और अन्य रिश्तेदारों के घरों पर छापा मारा, लेकिन उनके पास नए सवाल और सबूत नहीं हैं. बीजेपी के पास एक नेता है जिसे अफवाह मियां (सुशील कुमार मोदी) के रूप में पहचाना जाता है, उसका एक ही काम है प्रेस कॉन्फ्रेंस करना और हम पर आरोप लगाना. 2017 में उन्होंने मिट्टी घोटाला के आरोप लगाए थे. बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद वे विभाग के मंत्री बने और उस तथाकथित घोटाले पर मिट्टी डाल दी.
(इनपुट-आईएएनएस)
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