Bihar Politics: पटना: बिहार में सत्तारुढ़ जेडीयू में शुरू हुई आंतरिक कलह धीरे-धीरे तेज रफ्तार पकड़ रही है. इस बीच, जदयू के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को कहा कि राजद से हुई डील को यदि लागू किया गया तो पार्टी को बर्बाद होने से कोई रोक नहीं सकता है. कुशवाहा ने इशारा सीएम नीतीश के उस बयान की ओर दिया, जिसमें कहा गया था कि वर्ष 2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
इस बीच, कुशवाहा से मिलने जदयू के एमएलसी रामेश्वर यादव उनके आवास पहुंचे. दोनों लीडर के बीच बंद कमरे में एक से डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई. इस वार्तालाप के बाद, उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि वे पार्टी को मजबूत करने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें किसी पद की कोई लालसा नहीं है, बल्कि वे पार्टी में मात्र प्राथमिक सदस्य बनकर भी रहने को तैयार हैं.
मीडियाकर्मियों ने जब कुशवाहा से तेजस्वी यादव के नेतृत्व में 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ने की सीएम नीतीश की घोषणा से संबंधित सवाल किया, तब उन्होंने कहा कि राज्य की जनता इसे कतई स्वीकार नहीं करेगी. यदि ऐसा हुआ तो पार्टी पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी, जदयू डूब जाएगी. कुशवाहा ने कहा कि पार्टी को बचाना है तो नीतीश कुमार दिल (मन) से कार्य करें.
कुशवाहा ने आगे कहा कि राजद से हुई डील पर विचार नहीं करें, बल्कि अति पिछड़ा लव-कुश समाज (कुर्मी-कोइरी) से आने वाले किसी नेता को आगे लाएं, तभी पार्टी बचेगी, अन्यथा जदयू बर्बाद हो जाएगी. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव के खौफनाक दौर से बिहार को निकालने के लिए लव-कुश समाज के साथ सवर्ण समाज, पिछड़े, अति पिछड़े समाज से आने वाले लोगों ने संघर्ष किया है. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री यदि 12 बजे रात को भी बातचीत के लिए बुलाएंगे तो मैं जाने को तैयार हूं.
इधर, एमएलसी रामेश्वर यादव ने कहा कि वे उपेंद्र कुशवाहा से साथ में रहकर काम करने का आग्रह करने के लिए यहां आए थे. उन्होंने कहा कि कुशवाहा को सीएम नीतीश कुमार से मिलकर बातचीत करनी चाहिए, ताकि बीच का कोई रास्ता निकल जाए.
दूसरी ओर, आपको जानकर हैरानी होगी कि जब उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी रालोसपा (RLSP) का विलय मार्च 2021 में जदयू में किया था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुशवाहा को संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था, तब ही भोजपुर के एक पत्रकार के पिता अनिल कुमार सिंह (सेवानिवृत बैंक अधिकारी) ने कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू को बर्बाद करने के लिए आया है. अब लगभग दो साल के बाद, अनिल सिंह की ये बात किसी न किसी एंगल से सच होती दिख रही है. पत्रकार के पिता ने अपनी दूरदर्शिता के आधार पर क्या सोच कर ये भविष्यवाणी की थी, ये तो उनसे बातचीत करने के बाद ही मालूम चल पाएगा. बाकी, जदयू का राजनीतिक भविष्य अभी अंधेरे में है, ये कहीं न कहीं से सभी राजनीतिक विशेषज्ञ महसूस कर रहे हैं.
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