पटना: नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. अब वो राजद के साथ मिल कर सरकार बनाएंगे. इससे पहले मंगलवार सुबह जेडीयू विधायकों और सांसदों की बैठक हुई जिसके बाद नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया. इसके बाद आरजेडी-कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर उनके फिर से सरकार बनाने के कयास को बल मिल गया. नीतीश कुमार ने मंगलवार को राज्यपाल फागू चौहान से मिल कर अपना त्यागपत्र सौंपा. नीतीश जब राजभवन पहुंचे तो उनके समर्थकों की भारी भीड़ ‘जिंदाबाद’ के नारे लगा रही थी.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार पर राजनीतिक निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अपने स्वार्थ के कारण भाजपा से गठबंधन तोड़ा है. मंगलवार को बैठक के लिए पटना रवाना होने से पहले दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि वो नीतीश कुमार को उस नाम से नहीं बुला सकते, जिस नाम से उन्हें तेजस्वी यादव ने बुलाया था. सिंह ने कहा कि जिस तेजस्वी यादव के साथ मिलकर वो सरकार बनाने जा रहे हैं, उन्हीं तेजस्वी यादव ने उनके बारे में क्या कहा था? किस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया था?
प्रधानमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार की दावेदारी पर कटाक्ष करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि उम्मीदवारी के दरवाजे तो सभी के लिए खुले हैं. यशवंत सिन्हा भी राष्ट्रपति चुनाव लड़े थे और उपराष्ट्रपति चुनाव में मार्गरेट अल्वा ने भी अपना दावा किया था, लेकिन देश की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है और आगे भी रहेगी.
(इनपुट-आईएएनएस)
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