पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुलाकात को लेकर अभी चर्चा चल ही रही थी कि गुरुवार को किशोर ने दिनकर की एक कविता की दो पंक्तियां लिखकर यह संकेत दे दिया कि उनका जदयू के पास जाना आसान नहीं है. प्रशांत किशोर ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से गुरुवार को दिनकर की कविता की दो पंक्ति लिखी, ”तेरी सहायता से जय तो मैं अनायास पा जाऊंगा, आने वाली मानवता को, लेकिन, क्या मुख दिखलाऊंगा?”
तेरी सहायता से जय तो मैं अनायास पा जाऊंगा,⁰आनेवाली मानवता को, लेकिन, क्या मुख दिखलाऊंगा?
…दिनकर
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) September 15, 2022
प्रशांत किशोर के ट्वीट को नीतीश कुमार के साथ पुनर्मिलन की अटकलों के खंडन के रूप में देखा जा सकता है. बता दें कि किशोर को 2018 में जद (यू) में शामिल किया गया था और हफ्तों के भीतर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर पदोन्नत किया गया था. हालांकि बाद में नीतीश के साथ उनका मनमुटाव हो गया और वे अलग हो गए. फिलहाल, प्रशांत किशोर बिहार में जन सुराज यात्रा पर हैं और वे बिहार के मुख्यमंत्री पर लगातार निशाना साध रहे हैं.
प्रशांत किशोर ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि मैं दो दिन पहले उनसे मिला था. लेकिन यह मुलाकात सिर्फ सामाजिक, राजनीतिक और शिष्टाचार भेंट थी. नीतीश कुमार के साथ गठबंधन या साथ आने को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि यदि वे एक साल में बिहार में 10 लाख नौकरियां दे देते हैं, तब ही कोई बात बन सकती है.
बता दें कि मंगलवार की रात प्रशांत किशोर सीएम आवास पहुंचे थे और नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. इसके बाद दोनों के पुनर्मिलन की चर्चा शुरू हो गई. इस मुलाकात के बाद बुधवार को जब नीतीश कुमार से संवाददाताओं ने पूछा तो उन्होंने कहा कि यह एक सामान्य बैठक थी. इसमें बहुत कुछ नहीं था. उन्हें पवन वर्मा द्वारा लाया गया था जो कुछ दिन पहले भी मुझसे मिले थे. उन्होंने रणनीतिकार के प्रति किसी भी तरह की कड़वाहट से इनकार किया था. उन्होंने कहा कि पुरानी पहचान है, किसी से मिलने में क्या दिक्कत है.
(इनपुट -आईएएनएस)
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