Bihar News: पटना: बिहार में ग्रामीण पृष्ठभूमि के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये अब उनके क्लब बनाये जायेंगे. इन बच्चों को बेहतर अध्ययन सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि वे सामान्य योग्यता हासिल कर संबंधित विषयों की पेचीदगियों और मौलिकता को जान सकें. शिक्षा विभाग के अनुसार, पिछड़ा वर्ग व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने राज्य के सभी जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावासों, अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावासों और अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालयों में गणित और विज्ञान क्लब के साथ-साथ साहित्य व समाजशास्त्र क्लब शुरू करने का निर्णय लिया है.
विभाग का मानना है कि साहित्य और समाजशास्त्र के सैद्धांतिक विषयों के बारे में मौलिक और गहन ज्ञान भी उपयोगी है. ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले बच्चे स्नातक स्तर की सामान्य योग्यता हासिल करने के बावजूद गहन और मौलिक विचारों के अभाव में साक्षात्कार व्यक्तित्व परीक्षण के दौरान समस्याओं का सामना करते हैं. इन बच्चों का रुझान उच्च शिक्षा, पीएचडी की ओर भी कम है. ऐसे में, क्लब का गठन जरूरी है.
गौरतलब है कि ऐसे बच्चों के लिए जननायक पुस्तकालय और डिजिटल स्टडी सेंटर की स्थापना की गई है, जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए डिजिटल पढ़ाई की व्यवस्था है. इसके साथ ही, पुस्तकालयों की भी स्थापना की गई है. ग्रामीण परिवेश के पिछड़े व अति पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों का गणित और विज्ञान की ओर कम झुकाव होता है. अब सरकार ने इन बच्चों को प्रोत्साहित करने की योजना बनाई है. इसके लिए विभाग ने सभी जिलों के पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग कल्याण पदाधिकारियों को पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी है.
(इनपुट-आईएएनएस)
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