पटना: शराबबंदी कानून (Prohibition Law) को गलत तरीके से लागू करने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही बिहार पुलिस (Bihar Police) और एंटी लिकर टास्क फोर्स (ALTF) ने पिछले 7 महीनों में 73,000 से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। एएलटीएफ के एक अधिकारी के अनुसार, विभाग ने 40,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि शेष को जिला पुलिस (District Police) ने गिरफ्तार किया है।
2022 में राज्य के विभिन्न थानों में 52770 प्राथमिकी दर्ज
अधिकारी ने आंकड़े साझा करते हुए कहा कि राज्य में गिरफ्तार (Arrest) किए गए लोगों की कुल संख्या 73,413 है, जिनमें से 40,074 को एएलटीएफ ने पकड़ा है। सात माह की अवधि में प्रदेश के विभिन्न थानों में 52,770 प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है। राज्य में अप्रैल 2016 से शराबबंदी अधिनियम (Prohibition Act) लागू किया गया था। आंकड़ों के अनुसार, 2018 में 4,012, 2019 में 4,313, 2020 में 3,802 और 2021 में 5,522 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था।
जनवरी 2022 से लागू है ALTF
गौरतलब है कि एएलटीएफ जनवरी 2022 से लागू हुआ है. अधिकारी ने जानकारी दी कि जनवरी में 4,357, फरवरी में 4,118, मार्च में 5,422, अप्रैल में 4,490, मई में 6,255, जून में 6,992 और जुलाई में 8,440 अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। अधिकारी ने कहा, “बिहार के सभी 38 जिलों में हमारे पास 233 टीमें हैं जो जिला पुलिस के सहयोग से चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।”
(इनपुट-आईएएनएस)