पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के हनुमान माने जाने वाले भोला यादव के केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही तय माना जा रहा था कि राजद की परेशानी बढ़ेगी. कहा जा रहा है कि सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन के मामले में बुधवार को बिहार से लेकर गुरुग्राम तक जो भी छापेमारी की है वह भोला यादव के इनपुट पर ही की गई हैं.
सीबीआई ने जहां भी छापेमारी की है उनमें अधिकांश लालू के अत्यंत करीबी और पूंजीपति लोग बताए जा रहे हैं. भोला यादव राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के ही नहीं, बल्कि उनके पूरे परिवार में विश्वासी हैं. ये भी कहा जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के सभी अच्छे और बुरे कार्यों में वे राजदार रहे हैं. सूत्रों का मानना है कि भोला यादव ने पूछताछ के दौरान ऐसे राज सीबीआई को बताए हैं जिससे सीबीआई अब तक अनभिज्ञ थी. भोला यादव को सीबीआई ने जुलाई महीने में गिरफ्तार किया था. राजद के कई नेता अभी भी सीबीआई के रडार पर हैं.
आरोप है कि लालू प्रसाद यादव 2004 से 2009 तक जब रेल मंत्री थे, तब ग्रुप डी में नौकरी देने के नाम पर कई लोगों से संपत्ति अपने नाम करवाकर आर्थिक लाभ लिया है. पटना सहित कई इलाकों में रहने वाले लोगों को रेलवे के अलग-अलग जोन में नौकरी दी गई थी. बुधवार के पहले भी सीबीआई इस मामले में राबड़ी आवास सहित विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है. बुधवार को राज्य के कई इलाकों में हुई छापेमारी में सीबीआई को क्या हाथ लगा, इसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है.
(इनपुट-आईएएनएस)
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