Bihar Hooch Tragedy: मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण में दो दिनों के अंदर लगभग 20 लोगों की संदिग्ध हालत में मौत हो चुकी है. जहरीली शराब के सेवन से उनकी मौत होने की आशंका जताई जा रही है. जिले के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले एक दर्जन लोगों का इलाज चल रहा है. उनमें से कइयों की आंखों की रोशनी भी जा चुकी है. पटना से मद्य निषेध विभाग और एफएसएल की टीम मोतिहारी पहुंच रही है. पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने अभी तक जहरीली शराब से मौत की पुष्टि नहीं की है. कहा जा रहा है कि पहले शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.
जिले में दो दिनों के भीतर 20 लोगों की जान जा चुकी है. यह संख्या और बढ़ सकती है. अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों में आंखों की रोशनी कम होने और बेचैनी की शिकायत पाई गई है. वहीं, पुलिस मुख्यालय ने अब तक जिले में चार मौतों की पुष्टि की है. मुख्यालय ने जहरीली शराब से मौत की आशंका जताई है. स्थानीय प्रशासन शराब की पुष्टि करने से बच रहा है. प्रशासन का कहना है कि शवों के पोस्टमार्टम के बाद कारणों का खुलासा होगा. इस बीच, पटना से मद्य निषेध और एफएसएल की टीमें रवाना हो गई हैं. अब तक सात संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. कुछ लोगों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों में भी ले जाया जा रहा है.
ऐसी भी जानकारी है कि कई मृतकों के परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही शवों का अंतिम संस्कार कर दिया है. उधर, ग्रामीणों का कहना है कि शराब पीने के बाद तबीयत बिगड़ी थी. गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर के महीने में सारण में शराब का दर्दनाक हादसा हुआ था. सारण जिले के विभिन्न गांवों में जहरीली शराब से भारी संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बाद नीतीश सरकार सवालों के घेरे में आ गई. विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा. हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जो पीएगा वह मरेगा.
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