Bihar Flood: पटना: नेपाल में हो रही भारी बारिश के बीच बिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. निचले इलाके में रहने वाले लोग बाढ़ के खतरे को लेकर भयभीत हो रहे हैं. इसे लेकर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, जब भी बाढ़ आती है, तो आपदा की स्थिति पैदा हो जाती है. बिहार सरकार की टीम और केंद्रीय एनडीआरएफ की टीम दोनों ही हाई अलर्ट पर हैं. जहां भी बाढ़ का पानी बढ़ रहा है, वहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सारी तैयारियां कर ली गई हैं.
बिहार में गंडक, कोसी, महानंदा, बागमती नदियां उफान पर हैं. हालांकि वीरपुर बराज के पास कोसी का जलस्राव कम हुआ है. जल संसाधन विभाग के मुताबिक, वीरपुर बराज के पास कोसी का जलस्राव सोमवार सुबह 10 बजे 2,54,385 क्यूसेक था, जो 2 बजे दिन में घटकर 1,92,645 क्यूसेक पहुंच गया. सोमवार 10 बजे गंडक बराज, वाल्मीकिनगर से 1,55,600 क्यूसेक जलस्राव प्रवाहित हो रहा था, जो 2 बजे दिन में बढ़कर 1,66,600 क्यूसेक पहुंच गया.
इधर, बिहार की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं और खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जल संसाधन विभाग के अधिकारी व अभियंता संवेदनशील स्थलों पर कैंप कर रहे हैं. विभाग के मुताबिक, गंगा नदी गांधी घाट, हाथीदह, कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर है, जबकि गंडक डुमरियाघाट और रेवा घाट में लाल निशान से ऊपर है. कोसी नदी कुरसेला और बलतारा, बागमती ढेंग, सोनाखान, डूबाधार, कंसार, कटौंझा और बेनीबाद में, बूढ़ी गंडक खगड़िया में व कमला बलान जयनगर और झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर है. महानंदा भी उफान पर है. वह ढेंगरा घाट पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.
नदियों के जलस्तर में वृद्धि के बाद बाढ़ का पानी नए इलाकों में फैल रहा है. कई इलाकों में स्थिति बिगड़ गई है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. गौरतलब है कि नेपाल में भारी बारिश होने के बाद बिहार की नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो गई है. कई तटबंध क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
(इनपुट-आईएएनएस)
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