Bihar Crime: मुंगेर पुलिस ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे. पुलिस ने एक सरकारी कर्मचारी की मौत के 21 दिन बाद उसकी हत्या करने के आरोप में उसकी पत्नी और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, बीना हांसदा के रूप में पहचानी जाने वाली गृहिणी ने अपने पति को मारने की योजना बनाई. उसने मुआवजे के आधार पर खुद के लिए सरकारी नौकरी हासिल करने और बढ़ते कर्ज से छुटकारा पाने के लिए यह साजिश रची.
पुलिस ने बताया कि इस काम के लिए गृहिणी ने शशिकांत उर्फ संजय कुमार और रंजीत उर्फ संजय यादव नाम के दो सुपारी किलर को 1 लाख रुपये में हायर किया था और उन्हें 25 हजार रुपये एडवांस दिए थे. यह घटना तब सामने आई जब 1 जनवरी को हवेलीखड़गपुर पुलिस को एक नहर में शव मिला और अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया. मृतक की पहचान जमालपुर वर्कशॉप में रेलवे कर्मचारी अनूप टुड्डू के रूप में हुई.
पुलिस के अनुसार, पोस्टमॉर्टम के कुछ दिनों बाद, यह पाया गया कि व्यक्ति की मौत गला घोंटने से हुई है और रिपोर्ट के आधार पर मुंगेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) जगुनाथ जलारेड्डी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया. इसके बाद, टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी संजय कुमार को रेलवे अस्पताल क्षेत्र स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया. पूछताछ करने पर उसने अपराध कबूल कर लिया और अन्य आरोपियों तक पहुंचने और पूरी साजिश को उजागर करने के लिए अहम सुराग दिए.
मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने रंजीत को गोविंदपुर गांव से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया. दोनों अपराधियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने अनूप टुड्डू की हत्या के लिए उसकी पत्नी बीना हांसदा से 25 हजार रुपये लिए और बाद में उसके शव को नहर में फेंक दिया, ताकि इसे दुर्घटनावश हुई मौत का रूप दिया जा सके.
पुलिस के मुताबिक, नए साल की पूर्व संध्या पर दोनों आरोपी टुड्डू के घर पहुंचे, जिन्हें उसकी पत्नी ने अपना रिश्तेदार बताया. पुलिस ने कहा कि कुमार, रंजीत और टुड्डू तीनों ने शराब का सेवन किया और घंटों बाद, जब टुड्डू सो रहा था, तब उसकी पत्नी हांसदा, कुमार और रंजीत ने कंबल से गला दबा कर उसकी हत्या कर दी और उसके शव को नहर में फेंक दिया.