Bajrang Dal Row: पटना: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने बिहार सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि बिहार में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा तो सभी मस्जिदों को बंद करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जबतक एक भी सनातनी इस धरती पर बचेगा, तबतक ये संभव नहीं हो सकता. वहीं, बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम के विरोध पर उन्होंने कहा कि हिम्मत है तो कार्यक्रम रोक दो. वोट बैंक के लालच में टोपी पहनकर और इफ्तार कर नीतीश कुमार सनातनियों की संस्कृति को नष्ट और बर्बाद कर रहे हैं.
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पटना कार्यक्रम के विरोध को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार सरकार ने गांधी मैदान में सभी धर्मों के प्रचारकों को जगह दी है. यदि बिहार सरकार में दम है तो बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम को रोक दे. विनाश काले विपरीत बुद्धि. वहीं, बजरंग दल के विरोध पर उन्होंने कहा कि क्या बिहार में पीएफआई और मुस्लिम राष्ट्र निर्माताओं की सरकार है.
बता दें कि जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने हाल ही में राज्य सरकार से बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी. उन्होंने बयान दिया था कि जब भगवान राम के नाम पर भीड़ जुटती है तो गलतफहमी के कारण कोई न कोई घटना घट जाती है. ऐसी संस्था को बंद कर देना चाहिए. वहीं, इस बयान के बाद बिहार में सियासी बवाल मच गया है.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार बजरंग दल पर बैन लगाने के मुद्दे पर खुलकर टिप्पणी करने से बचते दिखे. गुरुवार को नीतीश ने कहा कि जब विपक्षी दल एकजुट होकर बैठेंगे, तब इस विषय पर चर्चा करेंगे, फिर देशहित में फैसला लेंगे. सीएम ने कहा कि अभी उनका पूरा ध्यान विपक्षी एकजुटता पर है. जिस पर बजरंग दल के बिहार-झारखंड क्षेत्र के संयोजक जन्मेजय कुमार ने कड़ा विरोध किया. उन्होंने जेडीयू को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि हमलोग आग से खेलने वाले लोग हैं, आग को जितना छेड़ोगे उतना ही तुमको नुकसान होगा. उन्होंने जेडीयू को चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है तो बिहार में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाकर दिखाओ, तब हमलोग तमाशा दिखाएंगे.
गौरतलब है कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने का वादा किया है. जिससे देश में एक नई बहस छिड़ गई है. इस मुद्दे पर अब जमकर राजनीति हो रही है.
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