Bihar News: राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी (Sivanand Tiwari) ने लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) से पार्टी की कमान तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को सौंपने की अपील की है. शिवानंद ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सलाह दी है. उन्होंने कहा कि बिहार में आज की पीढ़ी उन पुराने मुहावरों और कहावतों को नहीं समझती, जिनके महारथी लालू यादव हैं. लेकिन इस युवा आबादी ने तेजस्वी यादव को स्वीकार किया है.
2020 के चुनाव में BJP सांप्रदायिकता को नहीं बना सकी मुद्दा
राजद नेता ने कहा कि 2020 के चुनाव में RJD सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. 2020 के चुनाव में भाजपा सांप्रदायिकता को मुद्दा नहीं बना सकी. शिवानंद तिवारी ने कहा कि वह चुनाव एक मामले में अनूठा था. देश के राजनीतिक क्षितिज पर नरेंद्र मोदी के उभार के बाद 2020 का बिहार विधानसभा का चुनाव ऐसा पहला चुनाव था जिसमें BJP अपने चुनावी अभियान में सांप्रदायिकता को मुद्दा नहीं बना सकी. बल्कि तेजस्वी यादव ने रोजगार के सवाल को 2020 के चुनाव अभियान का प्रमुख मुद्दा बनाया और नरेंद्र मोदी सहित तमाम पार्टियों को उसी मुद्दे पर चुनाव लड़ने के लिए बाध्य कर दिया. युवा तेजस्वी की यह बहुत बड़ी उपलब्धि थी. इस तरह वे देश की नजर में आ गए.
लालू पर अनदेखी करने का लगाया आरोप
शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) ने कहा कि उम्मीद की जा रही थी कि लालू यादव तेजस्वी के हाथ में दल का सम्पूर्ण दायित्व सौंप देंगे. विधान परिषद हो या राज्यसभा, इन सदनों में कौन जाएगा यह तय करने की छूट तेजस्वी को देंगे, ताकि वे भविष्य के लिए अपनी टीम का निर्माण कर सकें. लेकिन ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है. शिवानंद ने कहा कि लालू यादव (Lalu Yadav) को याद होगा कि मैंने उन्हें पहले भी कई मौकों पर एक से अधिक बार सलाह दी होगी, लेकिन उन्होंने नजरअंदाज कर दिया. नतीजा यह हुआ कि न केवल उन्हें नुकसान हुआ, बल्कि सामाजिक न्याय आंदोलन को भी नुकसान हुआ है. मुझे उम्मीद है कि लालू यादव मेरी सलाह का सम्मान करेंगे.
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