Bihar Crime: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के सुगौली थाना क्षेत्र के मनसिंघा गांव से एक हृदयविदारक घटना की खबर सामने आई है. मोरेलाल सहनी का चार वर्षीय पुत्र सुजय कुमार सरस्वती पूजा के प्रतिमा विसर्जन के दौरान अन्य बच्चों के साथ सिकरहना नदी के किनारे गया था. वहां शराब निर्माताओं द्वारा जमीन में गाड़े गए अर्धनिर्मित शराब से भरे ड्रम में गिरने से उसकी डूबकर मौत हो गई.
ये है पूरी घटना
शराब माफियाओं ने नदी किनारे गड्ढ़ा खोदकर उसमें बड़े ड्रम में अर्धनिर्मित शराब छिपा रखी थी, जिसे पुआल से ढ़का गया था. खेलते-खेलते सुजय अनजाने में उस ड्रम में गिर गया. जब तक अन्य बच्चों ने यह देखा और मदद के लिए बुलाया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. ग्रामीणों ने सुजय का शव ड्रम से बाहर निकाला. इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई.

प्रशासनिक प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने मामले की जांच का आदेश दिया है और सदर डीएसपी शिखर चौधरी को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. उन्होंने सुगौली थानाध्यक्ष को अवैध शराब कारोबारियों की पहचान कर उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का आदेश भी दिया है.

शराबबंदी पर सवाल
इस घटना ने बिहार में लागू शराबबंदी की प्रभावशीलता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है. राज्य में अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है, इसके बावजूद अवैध शराब का उत्पादन और बिक्री जारी है. इस दुखद घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली और शराब माफियाओं के खिलाफ उठाए गए कदमों की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
मासूम सुजय की मौत ने समाज और प्रशासन को झकझोर कर रख दिया है. यह आवश्यक है कि अवैध शराब के कारोबार पर सख्ती से रोक लगाई जाए और ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं. साथ ही, शराबबंदी कानून के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रशासन को और अधिक सतर्कता बरतनी होगी.
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