Bihar Politics: पटना: बिहार में महागठबंधन 23 जून को पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक के लिए अंतिम समय की तैयारियों में व्यस्त है. इसी बीच, राजद ने मनोज बाजपेयी अभिनीत फिल्म सिर्फ एक बंदा काफी है पर आधारित उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पोस्टर जारी किया है. पोस्टरों में लिखा है: सिर्फ एक बंदा ही काफी है लोकतंत्र बचाने के लिए, सिर्फ एक बंदा ही काफी है बीजेपी को धूल चटाने के लिए, सिर्फ एक बंदा ही काफी है सरकारी तोते को धूल चटाने के लिए, सिर्फ एक बंदा ही काफी है 10 लाख नौकरी दिलाने के लिए, सिर्फ एक बंदा ही काफी है पढ़ाई, कमाई, दवाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई को मुद्दा बनाने के लिए.
तेजस्वी के पोस्टरों के सामने आने के बाद भाजपा ने सिर्फ एक बंदा ही काफी है जंगल राज वापस लाने के लिए के नारे के साथ पलटवार किया. पोस्टर वार के बाद कुछ हलकों में चर्चा है कि एक समझौता हो गया है, जिसके तहत नीतीश कुमार 2024 में केंद्र में अधिक सक्रिय भूमिका निभाएंगे और तेजस्वी यादव को बिहार का प्रभार सौंपेंगे. जदयू विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा, विपक्षी एकता बैठक 23 जून को पटना में होगी, जिसके लिए नीतीश कुमार महीनों से मेहनत कर रहे हैं. यह नीतीश कुमार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि वह विपक्षी एकता के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं.
पटना में 17 विपक्षी दलों के नेता एक साथ एक मंच पर आ रहे हैं. नीतीश कुमार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं होंगे. भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा, जो नेता विपक्ष की बैठक के लिए यहां आ रहे हैं, उन्हें देश की जनता ने खारिज कर दिया है. उनके आपस में आंतरिक विवाद हैं. उन्होंने कहा, जहां तक राजद के पोस्टरों और नारों की बात है, जबसे तेजस्वी यादव बिहार के उपमुख्यमंत्री बने हैं, अपहरण, हत्या और दुष्कर्म के मामलों में भारी वृद्धि हुई है. बिहार में जंगल राज की वापसी हुई है.
(इनपुट-आईएएनएस)
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