International Yoga Day 2023: योग का आज दुनिया भर में डंका बज रहा है. भारत के साथ-साथ आज पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी यात्रा पर हैं, इसलिए वे भारतीय समय के अनुसार, बुधवार शाम को साढ़े पांच बजे के आसपास संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका से जारी अपने वीडियो संदेश में सभी देशवासियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि 2014 में जब संयुक्त राष्ट्र आम सभा में योग दिवस का प्रस्ताव आया, तो रिकॉर्ड देशों ने इसे समर्थन दिया था. तब से लेकर आज तक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के जरिए योग एक वैश्विक आंदोलन बन गया है, वैश्विक भावना बन गया है. भारत के आह्वान पर दुनिया के 180 से अधिक देशों का एक साथ आना, ऐतिहासिक है, अभूतपूर्व है.
आज के दिन अपने अमेरिका में होने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हर वर्ष योग दिवस के अवसर पर वे किसी न किसी आयोजन में भारत में ही उपस्थित रहते हैं और योग करते हैं, लेकिन इस बार विभिन्न दायित्वों की वजह से वे अभी अमेरिका में हैं, इसलिए सभी से वीडियो संदेश के माध्यम से जुड़ रहे हैं. उन्होंने यह जानकारी भी दी कि वे भारतीय समय के अनुसार, आज शाम साढ़े पांच बजे के आसपास संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग कार्यक्रम में शामिल होंगे.
मोदी ने कहा कि इस साल योग दिवस के कार्यक्रमों को ‘ओशन रिंग ऑफ योगा’ ने और विशेष बना दिया है. यह आइडिया योग के विचार और समुद्र के विस्तार के पारस्परिक संबंध पर आधारित है. सेना के जवानों ने भी हमारे जलस्रोतों के साथ एक ‘योग भारतमाला और योग सागरमाला’ बनाई है. इसी तरह, आर्कटिक से लेकर अंटार्कटिका तक भारत के दो रिसर्च बेस, यानी पृथ्वी के दो ध्रुव भी योग से जुड़ रहे हैं. योग के इस अनूठे सेलिब्रेशन में देश-दुनिया के करोड़ों लोगों का इतने सहज स्वरूप में शामिल होना, योग के प्रसार और प्रसिद्धि के साथ-साथ उसके महात्म्य को उजागर करता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि हमारे ऋषियों ने योग को परिभाषित करते हुये कहा है- ‘युज्यते एतद् इति योग:’. अर्थात् जो जोड़ता है वही योग है. इसलिए, योग का ये प्रसार उस विचार का विस्तार है, जो पूरे संसार को एक परिवार के रूप में समाहित करता है. योग के विस्तार का अर्थ है- ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना का विस्तार. इसलिए, इस वर्ष भारत की अध्यक्षता में हो रहे जी-20 समिट का थीम भी ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ रखा गया है और आज, पूरी दुनिया में करोड़ों लोग ‘योगा फॉर वसुधैव कुटुंबकम्’ की थीम पर एक साथ योग कर रहे हैं.
(इनपुट-आईएएनएस)
यह भी पढ़ें- Heart Disease: डिप्रेशन से गुजर रहे युवा वयस्कों में दिल की बीमारी होने का खतरा अधिक