NIA Raid: पटना: फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को कटिहार जिले में दबिश दी. एनआईए की टीम ने कटिहार के हसनगंज ब्लॉक के मुजफ्फर टोला में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष महबूब नदवी के घर पर लोकल थाना के साथ रेड मारी. सुबह करीब 6 बजे NIA की टीम हसनगंज पहुंची. लगभग ढ़ाई घंटे तक महबूब नदवी के घर की तलाशी ली गई. हालांकि, तलाशी में किसी तरह के आपत्तिजनक सामान या कागजात बरामद होने की अभी तक कोई सूचना नहीं है.
प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े फुलवारी शरीफ मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बिहार, कर्नाटक और केरल में 25 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है. एनआईए ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. कई स्थानों पर छापेमारी के दौरान, सूत्रों ने दावा किया कि उन्होंने कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं. एक सूत्र ने कहा, हम फंडिंग एंगल की जांच कर रहे हैं. इन क्षेत्रों से फंडिंग की जा रही थी, जहां हम छापेमारी कर रहे हैं. कर्नाटक में दक्षिण कन्नड़ इलाके में छापेमारी की गई है.
बता दें कि यह मामला शुरू में 12 जुलाई 2022 को बिहार की राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ थाने में दर्ज किया गया था. एनआईए ने 22 जुलाई 2022 को फिर से मामला दर्ज किया था. एनआईए ने 7 जनवरी 2023 को चार आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था. एनआईए ने कहा था, जांच से पता चला है कि अनवर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सिमी का पूर्व सदस्य है और वर्तमान में बिहार और उत्तर प्रदेश के कई पीएफआई सदस्यों से जुड़ा हुआ है. जिसमें एक अतहर परवेज भी शामिल है, जिसे प्राथमिकी में नामित किया गया था और पिछले साल 12 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. एनआईए की जांच के अनुसार, पीएफआई के लिए काम करने के लिए सिमी के पूर्व सदस्यों के एक गुप्त समूह को तैयार करने में अनवर की महत्वपूर्ण भूमिका थी.
(इनपुट-आईएएनएस)
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