Budget 2023: कांग्रेस ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट को लेकर बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले साल बजट पर वाहवाही बटोरी थी, लेकिन वास्तविकता सामने आ गई, क्योंकि उसकी रणनीति ‘वादे ज्यादा और काम कम करने’ वाली है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘पिछले साल के बजट ने कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनरेगा और अनुसूचित जातियों के लिए कल्याण से जुड़े आवंटन को लेकर वाहवाही बटोरी थी. आज वास्तविकता सर्वविदित है. वास्तविक खर्च बजट के मुकाबले काफी कम है.’’
वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) ने 2014 से प्रति व्यक्ति आय दोगुनी करने के केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के दावे पर बुधवार को सवाल उठाते हुए कहा कि यह देश के आम लोगों के लिए नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ‘अमृत काल’ है. मोदी नीत सरकार की अब तक की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि 2014 से सरकार के प्रयासों ने सभी नागरिकों के लिए बेहतर जीवन स्तर और सम्मान का जीवन सुनिश्चित किया है. उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई है. आप नेता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘‘न फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ा, न नौजवानों को रोजगार मिला. लेकिन ये मोदी जी का अमृत काल है.”
संजय सिंह ने कहा, “निर्मला जी कह रहीं हैं, प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हो गई है. किसकी?’’ आप नेता ने कहा कि संसद में वित्त मंत्री द्वारा पेश 2023-24 के केंद्रीय बजट में देश के किसानों, सैनिकों और युवाओं के लिए कोई प्रावधान नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘बजट में किसी के लिए कोई प्रावधान नहीं है. आम लोग अमृत काल में अमृत के लिए तरस रहे हैं.’’ वित्त मंत्री द्वारा 50 अतिरिक्त हवाई अड्डों के नवीनीकरण के प्रस्ताव पर आप सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया. सिंह ने ट्वीट में कहा, ‘‘मोदी जी 50 नए हवाई अड्डे बनाएंगे…देंगे किसको?’’
आम बजट को लेकर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. तेजस्वी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने एक बार फिर ठगने का काम किया है. पहले केंद्र सरकार राज्यों को विशेष रूप से सहायता देती थी. साल दर साल यह मदद कम होती जा रही है. तेजस्वी ने कहा कि बिहार को बजट में कुछ नहीं मिला है. देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी को रोकने के लिए कोई कदम नहीं दिखा है. वहीं, बजट पर जदयू ने कहा कि बिहार को न तो विशेष दर्जा मिला और न ही पैकेज. यह बजट गरीबों के लिए निराशाजनक है.
दूसरी तरफ, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट का स्वागत किया और कहा कि इसमें समाज के प्रत्येक वर्ग का ध्यान रखा गया है. लोकसभा सदस्य चिराग पासवान ने कहा कि सरकार ने सुनिश्चित किया है कि जरूरतमंदों को छूट देने के साथ-साथ देश का आर्थिक ढ़ांचा ‘मजबूत और स्थिर’ बना रहे. चिराग ने कहा, ‘‘मैं बजट का स्वागत करता हूं. कोविड-19 के दौरान न सिर्फ हमारे देश ने, बल्कि विश्व ने भी संकट का सामना किया. इन परिस्थतियों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट का मैं सचमुच में स्वागत करता हूं.’’
चिराग ने कहा कि सरकार ने बजट में करदाताओं को एक बड़ी राहत दी है. उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह के व्यय की इस बजट में घोषणा की गई है, मुझे लगता है कि यह निश्चित रूप से देश में और अधिक निवेशकों को आकर्षित करेगा. देश में अधिकतम संख्या में रोजगार मुहैया करने वाले एमएसएमई क्षेत्र को उन्होंने जो मदद दी है, वह एक स्वागतयोग्य घोषणा है.’’ सीतारमण ने बुधवार को लोकसभा में बजट पेश करते हुए घोषणा की कि सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) के लिए 9,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 1 अप्रैल को संशोधित ऋण गारंटी योजना पेश की जाएगी. चिराग ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवंटन बढ़ाने और महिला सशक्तिकरण के लिए की गई घोषणाओं को लेकर भी सरकार की सराहना की.
(इनपुट:पीटीआई-भाषा)
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