BPSC Prelims Important Topics: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 68वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 12 फरवरी 2023 को किया जाना है. परीक्षा राज्य के सभी 38 जिलों में कुल 805 केंद्रों पर आयोजित की जाएगी. इस बार कुल 324 वैकेंसी के लिए लाखों उम्मीदवारों ने आवेदन किया है. भर्ती में 1 सीट के लिए अभ्यर्थियों की लंबी फौज है. ऐसे में, प्रीलिम्स क्लियर करना किसी चुनौती से कम नहीं है.
ये है चयन प्रक्रिया
इस भर्ती के लिए अभ्यर्थियों का चयन मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त कुल अंकों के आधार पर होगा. लेकिन, इससे पहले उन्हें प्रारंभिक परीक्षा में सफलता प्राप्त करनी होगी. चूंकि, बीपीएससी परीक्षा में आवेदनों की भारी संख्या होती है, इसलिए परीक्षा में उत्तीर्ण होना उम्मीदवारों के लिए आसान नहीं होता है. हालांकि, यदि किसी भी परीक्षा के सिलेबस और पैटर्न का पूर्ण ज्ञान हो और उसके अनुसार ही तैयारी की जाए तो सफल होना आसान हो जाता है.
ये है प्रीलिम्स पैटर्न
बीपीएससी संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन का एक ऑब्जेक्टिव पेपर होगा. परीक्षा की अवधि 2 घंटे होगी और कुल 150 प्रश्न होंगे. इस बार परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का प्रावधान है. प्रत्येक सही उत्तर के लिए 1 अंक दिया जाएगा, जबकि गलत उत्तर के लिए एक चौथाई अंक की कटौती की जाएगी.
इन टॉपिक्स से पूछे जाएंगे सवाल
प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य विज्ञान, भारत के इतिहास और बिहार के इतिहास की प्रमुख विशेषताएं, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और इसमें बिहार का योगदान, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं, सामान्य भूगोल, बिहार के प्रमुख भौगोलिक प्रभाग और यहां की प्रमुख नदियां, भारत की राज्य व्यवस्था और आर्थिक व्यवस्था, आजादी के बाद बिहार की अर्थव्यवस्था में प्रमुख परिवर्तन और जनरल रीजनिंग से प्रश्न शामिल होंगे.
पिछले कुछ वर्षों के प्रश्नपत्रों का करें अवलोकन
पिछले कुछ वर्षों के प्रश्नपत्रों का अवलोकन कर लेना परीक्षा की तैयारी के लिए उत्तम स्रोत माना जाता है. अभ्यर्थी पिछले वर्ष के पेपर की जांच करके अनुमान लगा सकते हैं कि अधिकारी प्रश्नपत्र कैसे तैयार करेंगे और इससे निश्चित ही लाभ होगा.
प्रतिदन 3 से 4 सेट की करें प्रैक्टिस
प्रारंभिक परीक्षा के पूरे सिलेबस को 7-8 भागों में बांट लें. इससे आपको प्रैक्टिस करने में आसानी होगी. केंद्र और बिहार सरकार की योजनाओं पर भी फोकस रखें. अब एग्जाम में कुछ ही दिन शेष हैं तो प्रतिदिन तीन से चार प्रैक्टिस सेट को सॉल्व करें, इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा.
सिर्फ अनुमान लगाकर नहीं दें उत्तर
चूंकि, प्रारंभिक परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का प्रावधान है, इसलिए उम्मीदवारों को प्रयास करना चाहिए कि करेक्ट आंसर पता है तब ही उत्तर दें. सिर्फ अनुमान के आधार पर उत्तर देंगे तो आपको हानि उठानी पड़ सकती है. हालांकि, यदि आपको ऐसा लग रहा है कि आपका स्कोर बहुत कम है तो अनुमान लगाकर कुछ प्रश्नों के उत्तर दे सकते हैं. जिन प्रश्नों का सही जवाब आपको पता है, पहले उन्हीं प्रश्नों को हल करें.