UP Crime: उत्तर प्रदेश के कासगंज में पत्नी से विवाद के बाद अपने चार बच्चों को नहर में फेंकने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. सनकी पिता ने अपनी 12 साल की बेटी, जिसे 30 फीट ऊंचे पुल से फेंका था, न केवल तैरने में सफल रही, बल्कि अपने दो भाई-बहनों को भी बचा लिया. हालांकि, चौथी बच्ची, जो पांच साल की थी, अभी भी लापता है.
आरोपी पुष्पेंद्र कुमार घरेलू विवाद के बाद गांव से 15 किमी दूर अपनी पत्नी को उसके पिता के यहां छोड़ने गया था. वापस आने पर, कुमार ने अपने बच्चों से कहा कि वह उन्हें पास के एक मंदिर में मेले में ले जाएगा. हालांकि रास्ते में वह पुल पर रुक गया और अपने चार बच्चों सोनू (13), प्रभा (12), काजल (8) और हेमलता (5) को 15 फीट गहरी नहर में फेंक दिया.
प्रभा तैरकर तट पर आ गई और उसने अपनी बहन काजल और बड़े भाई सोनू को बचा लिया. राहगीरों को देख प्रभा ने हाथ हिलाकर मदद के लिए चिल्लाया. ग्रामीणों ने कहा कि तीनों बच्चों की हालत स्थिर है और अब लापता बच्चे का पता लगाने के लिए गोताखोरों को लगाया गया है. घटना के बारे में बताते हुए सोनू ने बताया कि उसके पिता ने मेले में जाने के लिए ऑटो रिक्शा का इंतजाम किया था. हम उत्साहित थे और अच्छे कपड़े पहने हुए थे. कुछ मिनट चलने के बाद हम एक पुल पर रुके. वह हमें नहर दिखाने ले गए. उन्होंने हमें बाड़ पर बैठाया. जब मैंने नहर की गहराई के बारे में पूछा तो उन्होंने हमें एक-एक करके नीचे धकेल दिया. हम अभी भी अपनी सबसे छोटी बहन को खोजने में असमर्थ हैं.
बाद में गांव के चौकीदार चोब सिंह की शिकायत के आधार पर पुष्पेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 363 (अपहरण) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत एफआईआर दर्ज की गई. सिंह ने कहा, पुष्पेंद्र दिहाड़ी मजदूरी करता था. वह ज्यादातर समय नशे में रहता था. उसकी पत्नी ने किसी तरह तीन बड़े बच्चों की पढ़ाई कराई. सहवर के एसएचओ सिद्धार्थ तोमर ने कहा, जांच के दौरान आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया और शराब के नशे में ऐसा करने का दावा किया. उसे जेल भेज दिया गया है.
(इनपुट-आईएएनएस)