Rojgar Mela: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को देश की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए मंगलवार को 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान ‘रोजगार मेला’ के तहत 71 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे और कहा कि युवाओं को रोजगार देने का यह अभियान अनवरत जारी रहेगा. इस मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए युवाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक महीने से इसी तरह के अभियान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासित राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में भी चलाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, “डबल इंजन वाली सरकारें होने के यही फायदे हैं. युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपने का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा.”
‘डबल इंजन’ की सरकार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनाव प्रचार अभियान का प्रमुख मुद्दा है. गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इसे जोर-शोर से उठाया भी है. प्रधानमंत्री ने कुल 71,056 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे. नवनियुक्त युवाओं को नियुक्ति पत्रों की भौतिक प्रतियां गुजरात और हिमाचल प्रदेश को छोड़कर देश के 45 स्थानों पर सौंपी गईं. इन दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है और वहां आदर्श आचार संहिता लागू है. मोदी ने कहा कि राजग शासित राज्यों में सिर्फ पिछले एक महीने के भीतर हजारों युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले एक महीने में सिर्फ महाराष्ट्र और गुजरात ने हजारों युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे हैं. कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार ने भी नियुक्ति पत्र सौंपे. जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दादरा और नागर हवेली, दमन और दीव, चंडीगढ़ में भी रोजगार मेले का आयोजन किया गया और युवाओं को नौकरियां दी गईं.’’
मोदी ने कहा कि गोवा और त्रिपुरा ने भी हाल में ऐसे रोजगार मेलों का आयोजन किया. प्रधानमंत्री ने युवाओं को राष्ट्र की सबसे बड़ी ताकत बताया और कहा कि युवाओं की प्रतिभा और उनकी ऊर्जा राष्ट्र निर्माण में ज्यादा से ज्यादा उपयोग में आए, इसे केंद्र सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. उन्होंने कहा, ‘‘स्टार्ट-अप्स से लेकर स्वरोजगार तक, अंतरिक्ष से लेकर ड्रोन तक आज भारत में युवाओं के लिए चौतरफा नए अवसरों का निर्माण हो रहा है.’’ उन्होंने कहा कि आज भारत सर्विस एक्सपोर्ट्स के मामले में विश्व की बड़ी महाशक्ति बन गया है और अब तो विशेषज्ञ भी भरोसा जता रहे हैं कि भारत विनिर्माण के क्षेत्र में विश्व का पावर हाउस बनेगा. मोदी ने कहा, ‘‘इसमें प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) जैसी योजनाओं की बड़ी भूमिका होगी. लेकिन इसका मुख्य आधार भारत का कौशल युक्त युवा ही होगा.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित देशों में विशेषज्ञों को एक बड़े संकट का डर है, लेकिन अर्थशास्त्रियों का कहना है कि भारत के पास आर्थिक क्षमता दिखाने का सुनहरा अवसर है. उन्होंने युवाओं से कहा कि आज जो उन्हें नियुक्ति पत्र मिला है, वह महज एक प्रवेश बिन्दु है. उन्होंने उम्मीद जताई कि नौकरी प्राप्त कर चुके युवा अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयास करने में कभी कोई कमी नहीं रखेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘इसका मतलब हुआ (नियुक्ति पत्र मिलने का) कि प्रगति का एक नया विश्व आपके सामने खुल चुका है. आप अपने को अधिक से अधिक योग्य बनाएं. काम करते-करते योग्यता बढ़ाएं, ज्ञान अर्जित करते-करते योग्यता बढ़ाएं, अपने वरिष्ठ जनों से अच्छी चीजें सीख कर अपनी योग्यता बढ़ाएं.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि वे भी युवाओं की तरह निरंतर सीखने का प्रयास करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे भीतर के विद्यार्थी को कभी मैं मरने नहीं देता हूं. हर किसी से मैं सीखता हूं. हर छोटी चीज से सीखने का प्रयास करता हूं. यही वजह है कि आज मुझे एक साथ अनेक काम करने में कभी संकोच नहीं होता है, कोई झिझक नहीं होती है, मैं कर पाता हूं. आप भी कर सकते हैं.’’
(इनपुट:पीटीआई-भाषा)