Bihar Politics: राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) द्वारा उनकी पदयात्रा के लिए धन उपलब्ध कराए जाने का दावा किए जाने के एक दिन बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि वह बिहार में नीतीश कुमार के एजेंट हैं और यह उनके बयान से साबित होता है. जायसवाल ने कहा कि पीके ने स्वीकार किया कि वह छह मुख्यमंत्रियों से पैसे की मदद ले रहे हैं, जिनकी उन्होंने चुनावों में मदद की थी. नीतीश कुमार उनमें से एक हैं. भाजपा नेता ने कहा कि अगर जांच हो तो पीके की पदयात्रा के लिए नीतीश कुमार का योगदान निश्चित रूप से सामने आएगा.
जायसवाल ने कहा, नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर दिन में एक-दूसरे के खिलाफ बयान दे रहे हैं और वे रात में आपस में बीजेपी के खिलाफ साजिश रचने के लिए बात करते हैं. उन्होंने कहा कि जद (यू) के राजद के साथ गठबंधन के बाद उसका वोट बैंक भाजपा की ओर चला गया. अब वे हमारे वोट बैंक में घुसपैठ की साजिश रच रहे हैं. इसके पहले पीके ने बाघा में 200 किलोमीटर की पदयात्रा पूरी करने के बाद कहा कि यात्रा में खर्च हो रहे पैसे के बारे में हर कोई बात कर रहा है. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि 11 वर्षों में देश के कुछ राजनीतिक दलों से मैं जुड़ा था और 10 चुनाव जीतने में मैंने उनकी मदद की. वर्तमान में छह राज्यों में छह मुख्यमंत्री सरकारें चला रहे हैं. मैंने उनसे अपनी सेवा के लिए कभी शुल्क नहीं लिया. अब मैं उनसे बिहार में पदयात्रा के लिए धन दान करने का अनुरोध कर रहा हूं. पदयात्रा के लिए खर्च हो रहे पैसे का श्रोत वे राजनीतिक दल हैं, जिनसे मैं 11 वर्षों में जुड़ा था.
21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि भविष्य में उनका (पीके का) नाम मेरे सामने मत लेना. वह छोटे हैं और जब वह मेरे साथ थे तो मैंने उन्हें सम्मान दिया. अब वह मेरे खिलाफ तरह-तरह के बयान दे रहे हैं. वह कुछ भी कहने के लिए स्वतंत्र है. मैं उनके बयान पर टिप्पणी करना नहीं चाहता. नीतीश कुमार की यह टिप्पणी पीके के उस दावे के बाद आई है कि बिहार के मुख्यमंत्री 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अपने पलटीमार कार्यक्रम को एक बार फिर अंजाम देंगे. वह अपनी पार्टी के राज्यसभा सांसद (हरिवंश नारायण सिंह) के जरिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में हैं. पीके के बयान के बाद ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने प्रशांत किशोर पर बरसते हुए कहा कि पीके कौन हैं, क्या वह भविष्यवक्ता हैं? उन्हें दूसरों पर टिप्पणी करने से पहले अपने विचारों के बारे में सोचना चाहिए.
श्रवण कुमार ने कहा कि मेरा मानना है कि वह (पीके) एक भ्रमित व्यक्ति हैं, जो नहीं जानते कि जीवन में करना क्या है. वह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो केवल उनके लिए काम करते हैं, जो उन्हें पैसा देते हैं. यह सब जानते हैं कि वह भाजपा के लिए काम कर रहे हैं. इसलिए वह महागठबंधन के सहयोगियों के बीच भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें अपने बारे में सोचना चाहिए.
(इनपुट-आईएएनएस)