RJD Poster Controversy: एक ओर जहां पूरे बिहार में दुगार्पूजा (Durga Puja) की धूम मची हुई है, राज्य भर में पूजा पंडाल में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर उनकी आराधना की जा रही है तो दूसरी ओर, राज्य में राजनीति भी गर्म है. मां दुर्गा की आराधना के बीच पटना में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कार्यालय के बाहर एक बड़ा सा पोस्टर लगाया गया है.
लालू प्रसाद यादव भगवान विष्णु के विराट स्वरूप में
राजद कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के विराट स्वरूप में नजर आ रहे हैं. जबकि उनके छोटे पुत्र और राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भगवान कृष्ण (Lord Krishna) के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के सारथी बने हुए हैं. नीतीश कुमार अर्जुन (Arjun) की भूमिका में तीर-धनुष से निशाना साधते रथ पर सवार हैं.
लालू के 15 सिर देख चकराए लोग
पोस्टर में लालू प्रसाद यादव ((Lalu Prasad Yadav)) के अलग-अलग सिर के रूप में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, हेमंत सोरेन, ममता बनर्जी, शरद पवार, ओम प्रकाश चौटाला, सीताराम येचुरी सहित अन्य नेता शामिल हैं. बता दें कि महिला राजद की प्रदेश महासचिव पूनम राय ने इस पोस्टर को बनवाया है.
पोस्टर के एक भाग में नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी
पोस्टर के एक भाग में PM नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को भी दिखाया गया है. मोदी को किसी की नहीं सुनने वाला, सिर्फ अपनी मन की बात करने वाला अहंकारी के रूप में दिखाया गया है. जबकि अमित शाह को इंसान से इंसान को लड़ाने वाला अधर्म का प्रतीक बताया गया है.
बीजेपी ने पोस्टर पर दी कड़ी प्रतिक्रिया
राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा लगाए गए इस पोस्टर के बाद बिहार में सियासत गरमा गई है. राजद के इस पोस्टर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी ने कहा कि जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है. राजद के इस पोस्टर पर निशाना साधते हुए बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने रामधारी सिंह दिनकर की कविता की पंक्तियों को दोहराते हुए कहा कि जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है.
भाजपा ने कहा- इन्होंने 32 साल से महाभारत के अलावा किया ही क्या?
विजय सिन्हा ने कहा कि कौरव खुद को देवत्व रूप में दिखाने का प्रयास कर रहे हैं. अब उनका राजनीतिक विनाश निश्चित है. उन्होंने कहा कि पोस्टर में पिता लालू (Lalu Prasad Yadav) और पुत्र तेजस्वी (Tejashwi Yadav) दोनों कृष्ण बने हुए हैं. उन्होंने आगे कहा कि जातीय संघर्ष, जातीय नफरत और घृणा ही इनकी राजनीति है, ये 32 वर्षों से बिहार में महाभारत (Mahabharat) के अलावा कर ही क्या पाए हैं?