RBI Repo Rate: त्योहारी सीजन में कर्ज लेना और महंगा हो गया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने EMI पर एक बार फिर से जनता को झटका दिया है. जैसा कि पहले उम्मीद थी, भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने शुक्रवार को रेपो रेट (Repo Rate) को 50 आधार अंकों से बढ़ाकर 5.90 कर दिया.
मुद्रास्फीति को कम करने के लिए उठाया गया ये कदम
एमपीसी के प्रमुख आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मुद्रास्फीति ((Inflation)) को कम करने के लिए ये कदम उठाया है. उनके अनुसार, बुवाई का रकबा कम होने से गेहूं, चावल और दालों पर कीमतों का दबाव हो सकता है. सब्जियों के दाम भी बढ़ सकते हैं. महंगाई दर 6.7 फीसदी रहने का अनुमान है.
रेपो रेट बढ़ने से ईएमआई बढ़ना तय
दास ने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (GDP) पहली छमाही में साल-दर-साल 13.5 प्रतिशत बढ़ा. वास्तविक जीडीपी सात फीसदी रहने का अनुमान है. आर्थिक गतिविधि सही ढ़ंग से चल रही है और निवेश बढ़ रहा है. बैंक क्रेडिट (Bank Credit) भी बढ़ा है. विनिर्माण क्षेत्र में क्षमता उपयोग में वृद्धि हुई है, जबकि निर्यात कुछ प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रहा है. रेपो रेट (Repo Rate) बढ़ने से ईएमआई बढ़ने की भी पूरी संभावना है.
(इनपुट-आईएएनएस)