NIA and ED Raid: अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में गुरुवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राज्य पुलिस बलों की एक संयुक्त टीम ने 10 राज्यों में छापे के दौरान पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित 100 से अधिक नेताओं को गिरफ्तार किया है. अब तक की सबसे बड़ी जांच प्रक्रिया में कई स्थानों पर तलाशी ली जा रही है. इधर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पीएफआई पर एनआईए के छापे को लेकर एनएसए, गृह सचिव, डीजी एनआईए सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की.
ये तलाशी आतंकवाद को वित्तपोषित करने, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने में शामिल व्यक्तियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों में की जा रही है. सूत्रों ने बताया, “10 राज्यों में एक बड़ी कार्रवाई में एनआईए, ईडी और राज्य पुलिस ने पीएफआई के 100 से अधिक कैडरों को गिरफ्तार किया है.”
सूत्रों ने कहा कि तेलंगाना, केरल, आंध्र प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश और कई अन्य राज्यों में छापे मारे गए. इस बीच, पीएफआई के कार्यकर्ता जांच एजेंसियों द्वारा जारी छापेमारी के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं. ईडी जहां मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, तो वहीं एनआईए आतंकवाद से जुड़े एक मामले में पीएफआई नेताओं से पूछताछ कर रही है.
पीएफआई की शुरुआत 2006 में की गई थी. बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद, दक्षिण भारत में कई फ्रिंज संगठन सामने आए थे और उनमें से कुछ को मिलाकर पीएफआई का गठन किया गया था. अब पीएफआई का दावा है कि 22 राज्यों में उसकी इकाइयां हैं. पीएफआई का मुख्यालय पहले कोझिकोड में था, लेकिन इसके आधार के विस्तार के बाद इसे दिल्ली में स्थानांतरित कर दिया गया था. पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष नसरुद्दीन एलमारम संगठन के संस्थापक नेताओं में से एक हैं. इसके अखिल भारतीय अध्यक्ष ई अबुबकर भी केरल के रहने वाले हैं.
(इनपुट- एएनआई के साथ)
ये भी पढ़ें- Raju Srivastav के निधन पर पीएम मोदी, अमित शाह समेत तमाम बड़े नेताओं ने जताया शोक