BPSC 67th Prelims Admit Card 2022: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित की जाने वाली 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा के एडमिट कार्ड 20 सितंबर को जारी कर दिए गए. जिन उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किया है, वे ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. इससे पहले 9 सितंबर को एडमिट कार्ड जारी होने के संबंध में नोटिस जारी किया गया था. जिसमें कहा गया था कि 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा के एडमिट कार्ड 20 सितंबर को वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे.
ऐसे डाउनलोड करें एडमिट कार्ड
एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए अभ्यर्थियों को बीपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट, bpsc.bih.nic.in पर विजिट करना होगा. इसके बाद होमपेज पर उपलब्ध Apply Online लिंक पर क्लिक करें. अब एक नया टैब खुलेगा. यहां उम्मीदवार को अपना क्रेडेंशियल दर्ज कर लॉगइन करना होगा. अब आपका एडमिट कार्ड स्क्रीन पर ओपन किया जाएगा. उम्मीदवार इसे डाउनलोड कर सकेंगे.
30 सितंबर को एक पाली में आयोजित होगी परीक्षा
बीपीएससी 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 30 सितंबर को किया जाना है. परीक्षा दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक एक पाली में आयोजित की जाएगी. हालांकि अभ्यर्थियों को सुबह 11 बजे तक परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा. इससे पहले सीएम नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक में बड़ा निर्णय लिया गया था. बैठक में निर्णय लिया गया कि बीपीएससी 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा अब एक ही दिन एक ही पाली में आयोजित की जाएगी. पूर्व में दो तिथियों 20 और 22 सितंबर को परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया गया था. लेकिन बाद में एक ही दिन 21 सितंबर को परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया. आगे चलकर इस तारीख को भी बदल कर 30 सितंबर को परीक्षा निर्धारित कर दी गई.
पेपर लीक होने पर रद्द की गई थी प्रारंभिक परीक्षा
बीपीएससी ने 8 मई 2022 को 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी. लेकिन परीक्षा का पेपर एग्जाम शुरू होने से पहले ही लीक हो गया था. रिपोर्टों से जानकारी मिली कि परीक्षा से कुछ मिनट पहले प्रश्नपत्र सोशल साइट पर वायरल हो गए थे. वहीं, जांच में पता चला कि वायरल प्रश्नपत्र वितरित किए गए वास्तविक प्रश्नपत्र से मेल खा रहे थे. जिसके बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था.
आर्थिक अपराध इकाई को दी गई थी गहन जांच की जिम्मेदारी
गौरतलब है कि बीपीएससी जांच समिति ने पाया था कि परीक्षा का सेट-सी लीक हो गया था. इस मामले की गहन जांच के लिए आर्थिक अपराध इकाई को जिम्मेदारी दी गई थी. इसके लिए एडीजी, आर्थिक अपराध इकाई के तहत संचालित साइबर सेल की एक टीम का गठन किया गया था. इस मामले में अबतक कई लोगों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है.