Vishnupad Temple Controversy: गया के विष्णुपद मंदिर में नीतीश सरकार के मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी के प्रवेश पर बिहार में सियासत गरमा गई है. भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की है. ऐसा नहीं होने पर विधानसभा से लेकर सड़क तक आंदोलन करने की चेतावनी दे डाली है. बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि मुस्लिम मंत्री को विष्णुपद मंदिर में ले जाकर सीएम नीतीश कुमार ने हिंदुओं को अपमानित किया है.
संजय जायसवाल ने कहा कि सीएम नीतीश को अच्छी तरह से जानकारी है कि विष्णुपद मंदिर में गैर हिंदुओं के जाने पर रोक है. नीतीश कुमार ने हिंदू धर्म का अपमान किया है. उन्होंने आगे सवालिया लहजे में कहा कि क्या नीतीश कुमार मक्का में हिंदुओ को लेकर जाएंगे? हर धर्म और समाज के कुछ नियम होते हैं, जिनका सभी को पालन करना चाहिए. सीएम सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, नहीं तो भाजपा विधानसभा से लेकर सड़क तक नीतीश कुमार के खिलाफ आंदोलन करेगी.
दरअसल, यह मामला मंगलवार का है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया स्थित विष्णुपद मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में जाकर विशेष पूजा-अर्चना की. इस दौरान उनके साथ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी समेत अन्य नेता भी मौजूद थे. अब इसे लेकर मंदिर प्रबंधन ने नाराजगी जताई है. बता दें कि मंदिर के प्रवेशद्वार के दोनों किनारों पर शिलापट्ट लगा हुआ है, जिस पर लिखा है कि मंदिर में अहिंदू (गैर-हिंदू) श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक है.
भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सनातन धर्म में विश्वास करने वाले आम हिंदुओं की भावना को आहत किया है. उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार हिंदू धार्मिक परंपरा में विश्वास नहीं करते. यदि नीतीश कुमार सेक्युलराइटिस से पीड़ित हैं, तो उन्हें मक्का-मदीना जाकर नमाज अदा करना चाहिए.”
निखिल आनंद ने आगे कहा कि जिस तरह से नीतीश कुमार ने जानबूझकर प्राचीन सनातन हिंदू धार्मिक मानदंडों को तोड़कर मंदिर परिसर को प्रदूषित करने की कोशिश की है और साथ ही साथ ही स्थानीय पुजारी के नियम का उल्लंघन किया है, उन्हें हिंदू धर्म और विश्व स्तर पर सनातन धर्म में विश्वास करने वाले सभी लोगों से माफी मांगनी चाहिए. राजनीतिक कारणों से और वोटबैंक के लिए मुसलमानों को खुश करने का नीतीश कुमार का यह फोटो-शॉप सेशन गंभीर रूप से निंदनीय है.