Presidential Election Result 2022: द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा में से देश का अगला राष्ट्रपति कौन बनने जा रहा है, इस सवाल का जवाब देश को अब मिल गया है. एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत तय हो चुकी है. सबसे पहले सांसदों द्वारा डाले गए वोटों की गिनती की गई और इसके बाद विधायकों के मतों की गिनती की जा रही है.
पहले राउंड की काउंटिंग में सांसदों के मतों में से कुल 72.19 फीसदी मत द्रौपदी मुर्मू को हासिल हुए. पहले राउंड में मुर्मू ने कुल 540 मत प्राप्त किए, जिसकी वैल्यू 378000 है. जबकि दूसरे राउंड में कुल 10 राज्यों के विधायकों के मतों की गिनती की गई. दूसरे राउंड में मुर्मू को कुल 809 वोट हासिल हुए, जिसकी टोटल वैल्यू 105299 है. जीत के लिए वोट की टोटल वैल्यू 543261+ निर्धारित है. द्रौपदी मुर्मू को वोट वैल्यू के हिसाब से अबतक कुल 483299 मत हासिल हो चुके हैं. इस प्रकार दूसरे राउंड की गिनती पूरी होने के बाद अब मुर्मू की जीत लगभग तय मानी जा रही है.
हालांकि आंकड़ों के लिहाज से पहले से यह तय माना जा रहा था कि एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ही चुनाव जीतेंगी. आज वोटों की गणना का दिन है और आधिकारिक तौर पर यह पता लग जाएगा कि अगले राष्ट्रपति के लिए मुर्मू ने कितने अंतर से जीत हासिल की है. गुरुवार सुबह 11 बजे से संसद भवन परिसर के मुख्य भवन के फर्स्ट फ्लोर के कमरा संख्या 63 में वोटों की गिनती शुरू की गई. सबसे पहले सांसदों और विधायकों के मतपत्रों को छांटकर अलग-अलग रखा गया. इसके बाद राष्ट्रपति चुनाव के लिए बनाए गए रिटर्निग अधिकारी, राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने इन मतपत्रों की जांच की. इसके बाद द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा के पक्ष में पड़े वोटों को अलग किया गया.
बता दें कि वहां दोनों उम्मीदवारों के नाम पर अलग-अलग ट्रे रखे गए थे. द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में पड़े प्राथमिकता वाले वोट को उनके ट्रे में रखा गया और यशवंत सिन्हा के पक्ष में पड़े प्राथमिकता वाले वोटों को सिन्हा वाले ट्रे में रखा गया. इसके बाद वोटों की गिनती शुरू हुई. वोटों की यह गिनती क्रमानुसार भी की गई. सबसे पहले सांसदों द्वारा डाले गए वोटों की गिनती हुई और इसके बाद विधायकों के मतों की गिनती की जा रही है. मतों की गिनती पूरी होने के बाद नतीजों की घोषणा कर दी जाएगी.
सामान्य तौर पर, सबसे ज्यादा वोट पाने वाला व्यक्ति चुनाव में विजयी माना जाता है, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में वोटों की संख्या से नहीं, बल्कि डाले गए वोटों के विभिन्न वैल्यू के जोड़ से जीत-हार का फैसला होता है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को संसद भवन और राज्यों की विधानसभाओं में वोट डाले गए थे. चुनाव आयोग द्वारा की गई घोषणा के मुताबिक, निर्वाचक मंडल में शामिल 4796 व्यक्तियों में से 99 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था. देश के 11 राज्यों और संघ शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में 100 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
(इनपुट-आईएएनएस)
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